दस लाख पेड़-पौधों से धरा को करेंगे हरी-भरी
दस लाख पेड़-पौधों से धरा को करेंगे हरी-भरी
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दस लाख पेड़-पौधों से धरा को करेंगे हरी-भरी

श्रीगंगानगर जिले में मानसून की आहट के साथ-साथ कहीं हल्की तो कहीं अच्छी बारिश हुई है। वन विभाग नई इस बार हरियाली को बढ़ाने के लिए जिले की 22 नर्सरियों में 10 लाख पौधे लगाने की तैयारी की है। वन विभाग इस सीजन में श्रीगंगानगर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 600 हैक्टेयर क्षेत्रफल में विभिन्न वैरायटी के पौधे लगाकर इलाके में हरियाली को बढ़ावा दे रहा है। विभाग पौधरोपण व इसके रख-रखाव, परिवहन आदि पर 4 करोड़ रुपए की राशि खर्च करेगा। डेढ़ लाख पौधे वन विभाग ने विभिन्न सरकारी स्कूल व संस्थाओं के लिए तैयार किए हैं। इनको एक से एक हजार पौधे तक एक रुपए प्रति पौधा की दर से उपलब्ध कराया जाएगा और प्राइवेट को पांच रुपए प्रति पौधा उपलब्ध करवाने की दर तय की गई है। इसके अलावा पौधे की ग्रोथ की दर से दर तय की गई है।

 

यदि आपने और आपके इलाके में किसी ने अभी तक पौधा लगाने की तैयारी नहीं की है तो कर लीजिए तैयारी और शहर की नर्सरियों में पौधे तैयार हैं, जहां सोमवार से पौधे मिलने शुरू हो चुके हैं। जिला मुख्यालय स्थित सर्किट हाउस व साहूवाला और चूनावढ़ कोठी नर्सरी में विभिन्न वैरायटी के पौधे उपलब्ध है।

 

यहाँ हैं नर्सरी

वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले की 22 नर्सरी में विभिन्न वैरायटी की पौधे तैयार किए गए हैं। इनमें जिला मुख्यालय पर सर्किट हाउस, साहूवाला,चूनावढ़ कोठी, सादुलशहर, केसरीसिंहुपर,10 ओ,14 बीएलएडी, जैतसर, बीरधवाल, आईजीएनपी 390 आरडी, 1 ए 10 आरडी, 34 आरआई संगीता, घमूड़वाली, बाजूवााल, 225 आरपीएमजेसी, 57 आरडी, रावला,पांच के, बांडा, तीन एसटीआर, 237 आरडी, देसली में नर्सरी में पौधे तैयार किए गए हैं।

 

फैक्ट फाइल 

10 लाख पौधे तैयार किए गए नर्सरी में 

1.50 लाख पौधे बांटे जाएंगे इस साल

सात लख पौधे वन विभाग खुद लगाएगा

1.50 लाख पौधे अगले साल के लिए तैयार

चार करोड़ रुपए पौधरोपण व रख-रखाव पर खर्च होंगे 

22 नर्सरी है श्रीगंगानगर जिले में जहां पौधे तैयार किए गए

 

कितने रुपए का पौधा

02 फीट तक का पौधा 5 रुपए

02 से 3 फीट का पौधा 8 रुपए

03 से 5 फीट का पौधा 15 रुपए

20 से ज्यादा किस्मों के पौधे होंगे उपलब्ध

 

पौधों की वैरायटी

नर्सरियों में शीशम, नींम, खेजड़ी, गुलाब,गुलमोहर,अमलतास,नींबू, जामुन, अनार, आंवला, जूही, गुडहल, चायनी, जद्रोपा, रातरानी, चंपा, चमेली, मोगरा, मन्नीरेकटा, मनीप्लांट, नागदून, डेसिना, हरसिंगार, कचनार, केश्यामा, सिबा पोटेंड्रा, घेरूदा, अतार, दुरमटा, लालसा, आइपोमिया व हमेलिया आदि के पौधे तैयार करवाए गए हैं। 

 

जिले में फल और छायादार सहित विभिन्न वैरायटी के दस लाख पौधे तैयार करवाए गए हैं। विभाग 600 हैक्टेयर में सात लाख पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। विभाग की नर्सरी में सजावटी और फूलदार पौधे भी उपलब्ध है। वन विभाग के अनुसार सुबह 9.30 बजे से शाम 5 बजे तक मिलेंगे पौधे।

 

सुपौग शशी, उप वन संरक्षक, श्रीगंगानगर।